बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण योगदान किया जा रहा है बिहार के अपर मुख्य सचिव, केके पाठक द्वारा। केके पाठक की पहल के कारण शिक्षकों और छात्रों दोनों की स्थिति में सुधार आ रही है। छात्रों की उपस्थिति भी सुधार रही है।
बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, केके पाठक (KK Pathak) के एक ऐतिहासिक फैसले की पूरे राज्य में सराहना हो रही है। केके पाठक ने यह निर्णय लेकर बिहार के सभी गरीब बच्चों के सपने को साकार किया है। उन्होंने बच्चों की मुश्किलें कम कर दी हैं।
बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक का बेहद महत्वपूर्ण फैसला
केके पाठक ने पूरे राज्य में बेंच-डेस्क की व्यवस्था करने के लिए आदेश जारी किया है। उन्होंने 31 मार्च से पहले राज्य के सभी माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों में जीर्णोद्धार का काम पूरा कराने का आदेश दिया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को स्पष्ट कहा है कि 680 करोड़ रुपये सभी जिलों को बेंच-डेस्क की खरीद हेतु दिए गए हैं। इस सार्थक पहल से बच्चों को अब जमीन पर नहीं बैठने दिया जाएगा, जिससे उन्हें ठंड में काफी दिक्कत होती है।
केके पाठक ने कहा कि इस राशि से तय अवधि से पहले विद्यालयों में गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए फर्नीचर उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अपने निर्देश में कहा कि विद्यालयों में अवकाश के दिनों में विशेष अभियान चलाकर, जहां फर्नीचर की आवश्यकता है वहां आपूर्ति सुनिश्चित करें। साथ ही उसकी गुणवत्ता और मात्रा की जांच करें।
जिला शिक्षा अधिकारी को अवकाश के दिनों में भी विद्यालय परिसर को खुलवाना सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि जीर्णोद्धार या मरम्मत का कार्य पूरा किया जा सके।
Post a Comment